इंडियन बार असोसिएशन

कोरोना का टीका (vaccine) लेने वालों के लिए आवश्यक सूचना ! 



‘कोवीशिल्ड’ और अन्य टीके के गंभीर जानलेवा दुष्परिणामों से बचने के लिए सावधानी लेने के World Health Organization (WHO) के निर्देश।


‘कोवीशिल्ड’ टीके के दुष्परिणाम से डॉक्टर स्नेहल लुणावत की मौत होने की बात भारत सरकार की AEFI समीती ने मानी ।


कोवीशिल्ड (Astrazenecca) से रक्त के संबंधी जानलेवा दुष्परीणामो के प्रति सजग रहने के लिए कॅनडा की सरकार के स्वास्थ विभाग ने 8 नवंबर को चेतावनी दी है।


टीका लेने वालों को दिल का दौरा पडकर मौत, लकवा (Paralysis), अंधापन, खून की गुठलियां जमने से मौत, बहरापन, मस्तिष्क संबंधी (Neurological) बीमारियाँ होने के मामलों में तेजी।


सभी टीका लेने वाले लोग अपने डॉक्टर या नॅचुरोपैथी के जानकारों से सलाह लेकर टीके से होने वाले दुष्परिणामों से खुद सुरक्षित करने का प्रयास करें।


टिका पूर्णत: सुरक्षित है और टीके लेने वाले कोरोना से बच जाएंगे ऐसा झूठा प्रचार कर लोगों को टीका लेने के लिए उकसाने वाले  डॉक्टर्स और सरकारी अधिकारियों पर दर्ज होंगे जालसाजी, हत्या, हत्या के प्रयास IPC 420, 409, 115, 120(B), 34 के केस।


 पीड़ितों को मिलेगा मुआवजा (Compensation).


स्वेच्छा से टीका लेने वाले लोगों को दुष्परिणाम नहीं होने पर भी मिलेगा मुआवजा।


टीका लेने के लिए दबाव बनाने वाले और गैर कानूनी नियम बनाकर लोगों को टीका लेने पर मजबूर कर उनकी जान धोखे में डालने वाले सरकारी अधिकारी और उनके षड्यंत्र में शामिल लोगों पर IPC 166, 115, 307, 302, 336, 323, 120(B), 34, 109 और आपत्ती निवारण कानून 2005 की धारा 51(b), 55 आदि धाराओं में दर्ज होंगी शिकायत।



अ‍ॅड. निलेश ओझा 
    राष्ट्रीय अध्यक्ष
                            इंडियन बार  एसोसिएशन


1. सभी देशवासियों को यह जानकारी होना आवश्यक है की कोरोना के ‘कोवीशिल्ड’ या अन्य टीका (vaccine) लेने की वजह से होने वाली मौतें और जानलेवा दुष्परिणामों की बढ़ती तादाद के मद्देनजर 'विश्व स्वास्थ्य संगठन' (WHO) ने लोगों से अपील की है कि ‘कोवीशिल्ड’ टीका लेने वालों को Guillain Barre Syndrome (GBS) नामक बीमारी का खतरा है और टीका लेने वाले लोग सावधानी बरतें।

कोवीशिल्ड लेने से उत्पन्न GBS नामक बीमारी में शरीर को, मुँह को लकवा मार जाता है।

Link:-

i) https://www.who.int/news/item/26-07-2021-statement-of-the-who-gacvs-covid-19-subcommittee-on-gbs

ii) https://www.bhaskar.com/local/mp/jabalpur/news/vaccine-side-effects-claim-16-year-old-teenager-reached-jabalpur-collectorate-office-with-father-said-on-the-third-day-after-getting-the-vaccine-the-face-turned-oblique-128971682.html?_branch_match_id=748108867286238958&utm_campaign=128971682&utm_medium=sharing&_branch_referrer=H4sIAAAAAAAAA8soKSkottLXT0nMzMvM1k3Sy8zTz3IvsPBzN7MIzUoCAF%2FMSewfAAAA


2. महाराष्ट्र के औरंगाबाद की 32 वर्षीय डॉ. स्नेहल लुणावत की मौत ‘कोव्हीशील्ड टीका’ (Covishield Vaccine) से होने की बात को सरकार की AEFI समीती ने माना  है।

Link:-

https://www.lokmat.com/nashik/death-female-doctor-after-vaccination-a587/


 3. कॅनडा के सरकारी आरोग्य विभाग ने कोवीशिल्ड (Astrazenneca) टीके से Autoimmune Disorder के रक्त संबंधी गंभीर जानलेवा दुष्परीणामों के प्रति जनता को आगाह किया है: 

Link:

https://globalnews.ca/news/8362363/astrazeneca-covid-vaccine-autoimmune-disorder-health-canada-update/


4. ब्रिटेन की Yellow Card System ने पाया कि कोवीशिल्ड (Astrazeneca) के हर 106 टीके में एक व्यक्ति को दुष्परिणाम हो रहे हैं।

Link:-

https://www.gov.uk/government/publications/coronavirus-covid-19-vaccine-adverse-reactions/coronavirus-vaccine-summary-of-yellow-card-reporting


5. ‘कोवीशिल्ड’ (Astrazeneca) टीका लेने से खून की गुठलीया होकर बच्चों और युवाओं की मौत होने के मामले बढ़ने की वजह से 16 यूरोपियन देशों ने मार्च 2021 में कोवीशिल्ड (Astrazeneca) पर रोक लगा दी थी।

Link:- 

i) https://www.theguardian.com/society/2021/apr/08/spain-belgium-and-italy-restrict-astrazeneca-covid-vaccine-to-older-people


ii) https://timesofindia.indiatimes.com/life-style/health-fitness/health-news/covishield-coronavirus-vaccine-with-covishield-astrazeneca-banned-in-some-countries-should-we-be-worried-about-its-safety/photostory/83398722.cms


ऐसा ही निर्णय अन्य कई देशों ने लिया है।


6. कोरोना का टीका लेने वाले लोगों में दिल का दौरा पड़ने से असमय मौत के मामले सामने आए हैं।

ऐसे ही एक मामले में वसई के 23 वर्षीय युवक श्री हितेश  कड़वे की मौत ‘कोव्हीशील्ड’ का टीका लेने की वजह से दिल का दौरा पड़ने से हुई है और उसकी माँ  ने ‘इंडियन बार असोसिएशन’ और  ‘अवेकन इंडिया मूवमेंट’ की मदद से दोषी डॉक्टर्स और सरकारी अधिकारियों के खिलाफ हत्या झूठा प्रचार कर धोखे से टीका देना, सरकारी पैसा और संसाधनों का दुरुपयोग टीका कंपनियों को हजारों करोड़ रुपए का गैरकानूनी फायदा पहुंचाने के लिए करना आदि गुनाहों के लिए IPC 302, 420, 409, 120(B) , 34 आदि धाराओं के तहत शिकायत दर्ज की है।

Link:-

https://drive.google.com/file/d/1V2UdNb483bkkOFHRYT4O6Nfyfcky3Qrv/view


7. टीके के दुष्परिणामों से युवाओं में दिल के दौरे की गंभीर बीमारी (Myocarditis) की वजह से केनेडा (Ontorio)  ने युवाओं को कोरोना  टीका  लगाने पर पाबंदी लगा दी है। 

Link:- 

https://torontosun.com/news/provincial/ontario-now-recommending-against-moderna-vaccine-for-men-18-24-years-old


8. अक्टूबर 2021 को स्वीडन, डेनमार्क फिनलैंड आदि यूरोपियन देशों ने टीका लेने की वजह से युवाओं में दिल के संबंधित गंभीर बीमारियां (Cardiovascular) होने की बात को गंभीरता से लेते हुए युवाओं को  वह टिका देने पर पाबंदी लगा दी।

Link:- 

i) https://www.reuters.com/business/healthcare-pharmaceuticals/sweden-pauses-use-moderna-covid-vaccine-cites-rare-side-effects-2021-10-06/


ii) https://news.yahoo.com/finland-pauses-moderna-covid-19-073018651.html?guccounter=2


9. स्लोवेनिया  देश ने भी कोरोना टीका लेने की वजह से ब्रेन  हैम्रेज (Brain Hamrage) के कारण होने वाली मौत के कारण  कोरोना  टीके पर पाबंदी लगा दी है।


Link:- 

https://www.rte.ie/news/coronavirus/2021/0929/1249718-covid-global/


10. भारत देश में कोरोना टीका (vaccine) की वजह से होने वाली मौतें और उसके दुष्परिणामों की सही जांच करने का कोई कारगर सिस्टम ही नहीं है. इस बारे में वरिष्ठ वायरोलॉजिस्ट  श्री. जैकब जॉन ने टाइम्स ऑफ इंडिया में अपना चिंता जाहिर की है.

Link:- 

https://timesofindia.indiatimes.com/city/pune/aefi-reporting-lacks-seriousness-sr-virologist/articleshow/85576992.cms


11. सबसे दुखद बात यह है कि कोरोना योद्धा (Frontline Health Warriors)  की श्रेणी में आने वाले डॉक्टर स्नेहल लुणावत की मौत कोरोना टीके  के दुष्परिणाम से ही हुई है यह साबित करने के लिए उन्हें करीब 7 महीने तक संघर्ष करना पड़ा और अंत में भारत सरकार की AEFI कमीटी ने माना कि कोविशील्ड के दुष्परिणामों की वजह से ही उनकी मौत हुई है।


12. अब तक मीडिया में प्रकाशीत रिपोर्ट के आधार पर यह पाया गया की टीके के दुष्परिणामों की वजह से होने वाली तकरीबन 4900 मौतें हो चुकी है. वास्तव में यह संख्या बहुत ज्यादा है क्योंकि अधिकारी दिल का दौरा आदी मौतों को इसमें नही जोड़ रहे है। यह सिर्फ टीका कंपनियों के फायदे के लिए किया जा रहा है ।

Link:-

https://drive.google.com/file/d/1uikc1a6_KDzUx7HNLrfwaI1NJRt0D_YP/view?usp=sharing

 13. जबकि लाखों लोगों की मौतें दिल का दौरा और अन्य कारण दिखाकर लोगों को गुमराह करने और छुपाने का प्रयास किया जा रहा है यह काम वैक्सीन कंपनियों द्वारा भ्रष्ट अधिकारियों को रिश्वत देकर किया जा रहा है।

मिडिया में प्रकाशित 4900 मौत के बारे में नीचे दी गई लिंक पर जानकारी हासिल की जा सकती है।

14. ब्रिटेन की डॉक्टर टेस्स लॉरी ने कोरोना टीके से होने वाले  लाखों दुष्परिणामों की सूची जारी की है।

Link:-

https://theexpose.uk/2021/06/24/crimes-against-humanity-uk-government-release-21st-report-on-adverse-reactions-to-the-covid-vaccines/


 15. इन सभी बातों से यह बात साफ है कि हम सभी को झूठ बोलकर, धोखे से, दबाव बनाकर कोरोना का टीका दिया गया या लेने पर मजबूर किया गया है और किया जा रहा है ।

 इस वजह से सरकार  हर टीका लेने वालों को जिन्हे आज कोई भी दुष्परिणाम भले ही ना दिख रहा है उन सभी को पूरी जानकारी ना देकर धोखे से टीका देने के गुनाह के लिए मुआवजा (हर्जाना) यानी (Compensation) देने के लिए बाध्य है। इस बारे में स्पष्ट कानून मा. उच्च न्यायालयने बनाया है:-

Registrar General Vs. State of Meghalaya 2021 SCC OnLine Megh 130 ]

“ 7… Every human being of adult years and sound mind has a right to determine what shall be done with their body’. Thus, by use of force or through deception if an unwilling capable adult is made to have the ‘flu vaccine would be considered both a crime and tort or civil’ wrong 

16. टीका लेने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए आपको निम्नलिखित झूठी बातें कही गई:


(i)  कोरोना का टीका (vaccine) लेने से आप कोरोना से बच जाएंगे और आपकी जान बच जाएगी।


(ii)  कोरोना का टीका पूर्णत: सुरक्षित है और इससे आपको कोई खतरा नहीं है। [टीका ११०% सुरक्षित है - डॉ. व्ही. जी. सोमानी, ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ़ इंडिया]

Link:- 

https://www.ndtv.com/india-news/oxford-covid-19-vaccine-bharat-biotechs-covaxin-get-final-approval-by-drug-regulator-will-be-indias-first-vaccines-2347053


(iii)   कोरोना के खिलाफ केवल टीका ही एकमात्र इलाज है और कोई  कारगर उपाय नहीं है।


17. लेकिन उपरोक्त बातें झूठी थी और उसका झूठ धीरे-धीरे सामने आने लगा है की :-


(i)  कोरोना का टीका (Vaccine) लेने से  कोरोना  ना होने की कोई गॅरंटी नहीं है बल्कि टीका लेने वाले लोगों को कोरोना  होने का और उनकी जान जाने का ज्यादा खतरा है।

Affidavit filed by Shri. Jacob Pulliyal, Ex. Member of NTAGI.

Link:-

https://drive.google.com/file/d/1kp3wqzr0WJNRmJLRZwPVIcZ7QyVss8FZ/view?usp=sharing


(ii)  कोरोना टीका कतई सुरक्षित नहीं है और उसके दुष्परिणाम से कई लोगों की मौत हुई है तथा कई लोगों को लकवा, पैरालिसिस, अंधापन, बहरापन, मस्तिष्क संबंधी (Neurological) बीमारी, दिल के दौरे पड़ना आदि कई बीमारियां हुई है और उनकी जिंदगी नर्क बन कर रह गई है।

Link :- 

https://theexpose.uk/2021/06/24/crimes-against-humanity-uk-government-release-21st-report-on-adverse-reactions-to-the-covid-vaccines/

iii)  टीके से बेहतर, किफायती और दुष्परिणाम विरहीत कई प्रमाणित इलाज उपलब्ध है।

(a) आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट ने Anandia का आयुर्वेदिक मिश्रण को  कोरोना पर  कारगर दवाई का दावा सही मानते हुए उन्हें कोरोना का इलाज करने की अनुमति दी है और सरकार  ने चेतावनी दी है कि वे उनके काम में कोई बाधा ना डालें।

Pennekanti Vs. State 2021 SCC OnLine AP 2171 ]

(b) भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के तहत आनेवाले National Institute of Naturopathy, Pune ने पाया कि डॉ.  बिस्वरूप रॉय चौधरी द्वारा बताया गया नॅचुरोपैथी का इलाज शत-प्रतिशत कारगर है और उसके कोई भी दुष्परिणाम नहीं है। National Institute of Naturopathy द्वारा की गई सिफारिश इस प्रकार है:-

“The enquiry report submitted by National Institute of Naturopathy of  Ministry of AYUSH, Government of India regarding result of successful treatment of Covid-19 patients without any side effects.  

This is a report of some initial data gathered across a single center of Ahmednagar district; where people availed only Naturopathy treatment voluntarily for a week’s time period from their day of COVID confirmation and were successfully treated. 

None of the cases took any medication for long term due to other systemic illnesses- like Diabetes, HTN or arthritis etc.

None of the cases took any medication for COVID.

No case reported of any untoward incident or adverse reaction to their fasting experience in Nature cure regime.

Link:-

https://drive.google.com/file/d/1iTHtgezBUzoRRdGnqjfj975kx2hLolQK/view?usp=sharing

(c) आयव्हरमेक्टीन और व्हीटामीन डी :- इनकी कारगरता के बारे में अमेरीका के प्रतिष्ठित डॉक्टरों का समूह FLCCC (Front Line COVID-19 Critical Care Alliance) और ब्रिटेन के BIRD (British Ivermectin Recommendation Development)  संस्थाओ द्वारा लाखो लोगो को बिना किसी दुष्परिणाम के ठीक किया गया। कोरोना के कई मरीज जो व्हेंटिलेटर पे थे उन्हें भी अमेरीका के कोर्ट से आदेश लेकर IvermectinIvermectin  देकर ठीक किया गया।  

Link:  

i) https://bird-group.org/

ii) https://bird-group.org/evidence-to-recommend-ivermectin/

 iii) https://bird-group.org/conference-post-event/

18. इस तरह से यह साबित हो गया है  की व्हॅक्सीन कंपनियों को लाखों करोड़ का फायदा पहुँचाने के लिए बार-बार ‘झूठे नॅरेटिव्ह’ (False Narrative & Conspiracy Theories) बनाकर आपको बेवकूफ बनाया जा रहा है और केवल  फार्मा और  वैक्सीन कंपनियों के फायदे के लिए  ही सारी सरकारी यंत्रणाओं का इस्तेमाल कर के जनता के पैसों का दुरुपयोग किया जा रहा है।  और तो और आपकी जान खतरे में डाल कर यह सब खेल खेला जा रहा है।  ऐसे में आपको जरूरत है तुरंत जागने की इस अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने की।

19. मा. उच्च न्यायालय ने Registrar General Vs. State of Meghalaya 2021 SCC OnLine Megh 130 मामले में स्पष्ट किया है की, अगर आपको झूठ बोलकर, धोखे से या जबरदस्ती से व्हॅक्सीन दी गई है या लेने पर मजबूर किया गया है तो संबंधीत (डॉक्टर्स, अधिकारी, आशा वर्कर्स आदी) लोग आरोपी होंगे और वे आपको हर्जाना  (Compensation) देने को भी बाध्य रहेंगे। 

यह हर्जाना आप को धोखा देना या जबरदस्ती करने के लिए है और इसमें आपको कोई दुष्परीणाम नहीं भी हुए तब भी आप हर्जाना लेने के लिए पात्र हो।

मा. उच्च न्यायालय के आदेश इस प्रकार है:

 “7… Every human being of adult years and sound mind has a right to determine what shall be done with their body’. Thus, by use of force or through deception if an unwilling capable adult is made to have the ‘flu vaccine would be considered both a crime and tort or civil’ wrong”

--

20. और अगर किसी व्यक्ती की व्हॅक्सीन के दुष्परिणामो से मौत हो जाती है तो *दोषी अधिकारी, डॉक्टर्स, आशा वर्कर्स* के खिलाफ हत्या, हत्या की पूर्वतयारी, सरकारी यंत्रणाओं का दुरुपयोग आदी गुन्हाहो के लिए IPC 115, 302, 409, 52, 120 (B), 34 के तहत कानूनी कारवाई हो सकती है।

21. अन्य दुष्परिणामो के लिए जबरदस्ती व्हॅक्सीन देने के लिए या झूठा प्रचार कर  व्हॅक्सीन लेने के लिए उकसाने वालो के खिलाफ IPC 420, 323, 336, 52, 109, 120 (B), 34 आदी धाराओं मे कारवाई हो सकती है।

22. अगर अभी आवाज नहीं उठाई तो आपको और नए-नए निर्बंध लाकर हर 6 महीने में नई नई वैक्सीन लेने के लिए मजबूर किया जा सकता है। और आपकी जान के साथ खिलवाड़ करके आरोपी लोग आप को गुलाम बनाने के तरफ कदम बढ़ाते जा रहे हैं।

i) Evil unchecked means evil tolerated and evil tolerated is evil propagated.

ii) A stich in time will saves time.

iii) Injustice’ anywhere is threat to ‘Justice’ everywhere.

                                                 - Martin Luther King

iv) When injustice becomes the law, resistance becomes the duty.

- Thomas Jefferson

v) Mercy to the criminal is injustice to the victim.

vi) This world suffered a lot, not because of violence of bad people, but because of silence of good people.

  - Napoleon Bonaparte

vii) If you are neutral in situations of injustice, you have chosen the side of the oppressor.

    - Archbishop Desmond Tutu

viii) Where you see wrong or inequality or injustice, speak out, because this is your country. This is your democracy. Make it. Protect it. Pass it on.                                      

  -Thurgood Marshall 


ix) Don’t see ‘who is Right’ see ‘what is Right’.

                                                    - Adv. Nilesh Ojha

x) Don’t find only faults, any fool can do that. Give solutions. It requires wisdom to find solutions than just blaming.

                                               - Swami Vivekananda


"आखिर मर्जी है आपकी,

क्योंकि जिंदगी है आपकी."

                               ................................... 

मुरसलीन अ. शेख

जिल्हा अध्यक्ष

मानव अधिकार सुरक्षा परिषद



















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